जनता का सहयोग हमें विकास कार्यों में मिला है और उम्मीद करते हैं कि आगे भी हमें ये सहयोग मिलता रहेगा। नितीश कुमार ने महिलाओं को त्रिस्तरीय पंचायतों में 50 फीसदी का आरक्षण दिया, नगर निकायों में भी 50 फीसदी का आरक्षण दिया। आरक्षण देकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम किया। जदयू में सदयस्ता के लिए एक पौधा लगाना आवश्यक है और एक सक्रिय सदस्य बनने के लिए 25 पौधे लगाने आवश्यक हैं। पर्यावरण को लेकर किसी भी पार्टी ने ऐसा कुछ नहीं किया है। मनरेगा के अंतर्गत 13 लाख 2 हज़ार 795 नए जॉब कार्ड बनाये गए हैं। मनरेगा के माध्यम से केवल रोज़गार हीं नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रो में परिसम्पत्ति का भी काम करते हैं।
अब तक जल जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत मनरेगा के तहत 347 करोड़ 37 लाख की लागत से 97 हजार 525 योजनाओं को पूर्ण कराया गया। तालाब, पोखर का जीर्णोद्धार किया गया। कृषि और मछली पालन के लिए 64 करोड़ 28 लाख खर्च किये गए। 6 हज़ार 992 पईंन , 27 हज़ार 829 कुएं, 60 हज़ार 127 चेक डैम और 8 हज़ार 370 अन्य जल संचय का निर्माण करवाया जा चुका है। महात्मा गांधी जी के नशामुक्ति के विचार को संकल्प मानकर नितीश कुमार ने पूरा किया है और उन्हें इस पर जनसमर्थन मिला है। हमारी सरकार सिर्फ भौतिक विकास नहीं बल्कि सामाजिक विकास पर भी ध्यान देती है। गांधी जी शराबबंदी करना चाहते थे नितीश कुमार ने बिहार में ये कर दिखाया है। इसके लिए जनता का समर्थन भी मिला। 2 करोड़ से अधिक लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई। शराबबंदी से सड़क दुर्घटना, घरेलू हिंसा में कमी आई है। गांधी जी का मिशन था स्वच्छता का, बिहार में नितीश कुमार ने घर का सम्मान, शौचालय निर्माण का निश्चय लेकर स्वच्छता को प्राथमिकता दी। 1 करोड़ 29 लाख नए शौचालय का निर्माण हुआ है, 82 लाख 28 हजार लोगों को प्रोत्साहन राशि दी गई है। हमने 1 लाख 76 हज़ार 577 परिवार को क्वारंटाइन सेंटर से निकालने के बाद रोज़गार उपलब्ध करवाया है। मज़दूरों को संक्रमण से बचाने के लिए कार्यस्थल पर हर मजदूर को मास्क, हैंडवाश और साबुन आदि उपलब्ध करवाया गया।